कबीरधाम विशेष

धमाका न्यूज़ 💥डेंगू के विरुद्ध जंग जीतने की कवायद में स्वास्थ्य विभाग व नगरपालिका की टीम, पालिका अध्यक्ष ऋषि शर्मा ने लोगों से सतर्कता बरतने के लिए किया अपील।

नगर पालिका अध्यक्ष ऋषि शर्मा ने लोगों से सतर्कता बरतने के लिए किया अपील। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुजॉय मुखर्जी व नपा सीएमओ नरेश वर्मा के नेतृत्व में लगातार लिया जा रहा है संवेदनशील वार्डों फॉलो अप।

कवर्धा। जिले में मलेरिया व डेंगू से बचाव के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार प्रयास जारी है, जिसके परिणाम स्वरूप साल भर में मलेरिया के घनात्मक प्रकरणों में गत वर्षों के मुकाबले कमी आई है। मलेरिया व डेंगू के प्रकोप से बचने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूरी तैयारी की गई है। इसके लिए समय-समय पर ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर लगाया जाता है ,साथ ही साथ बचाव के लिए मच्छरदानी वितरण व डीडीटी छिड़काव भी विभाग द्वारा कराया जा रहा है। जनजागरूकता के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार भी विविध माध्यमों से किया जा रहा है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुजॉय मुखर्जी ने बताया कि वर्ष 2021 में पंडरिया ब्लॉक के 60 ग्रामों में 26078 दवायुक्त मच्छरदानी का वितरण किया गया था। इसी प्रकार बोड़ला ब्लॉक के 9 अतिसंवेदनशील गॉंवों में 375 दवा युक्त मच्छर दानी वितरण किया गया। चूंकि बोड़ला और पंडरिया विकासखण्ड मलेरिया के लिए सर्वाधिक संवेदनशील हैं , इसलिए इन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सत्र 2022 के लिए राज्य सरकार की ओर से 145 लक्षित ग्रामों के लिए 33195 दवा युक्त मच्छरदानी आबंटित की गई है। इनमें से 140 ग्रामों में अब 28727 मच्छर दानी का वितरण किया जा चुका है। शेष ग्रामों में भी जल्द वितरण पूर्ण कर लिया जाएगा। इसी प्रकार वर्तमान जारी सत्र में पंडरिया हेतु राज्य सरकार द्वारा 13254 व जिला प्रशासन के डी एम एफ मद से 13016 मच्छरदानी उपलब्ध कराए गए हैं, जिनका वितरण पंडरिया के संवेदनशील 52 ग्रामों में वितरण की योजना बनाकर वितरित किया जा रहा है।

ट्रेवल हिस्ट्री जरूर बताएं, बुखार आये तो तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में कराएं जांच

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मुखर्जी ने बताया कि जिले में मलेरिया व डेंगू रोकथाम व नियंत्रण हेतु निरंतर विभिन्न गतिविधियां की जा रही हैं। लेकिन लोगों की सतर्कता और जागरूकता अधिक जरूरी है। उन्होंने कहा कि बाहर से यात्रा कर शहर या गाँव लौटने पर बुख़ार से पीड़ित हों तो मलेरिया तथा डेंगु की जाँच आवश्यकतानुसार चिकित्सकीय सलाह के अनुसार अवश्य करावें। उन्होंने बताया कि मलेरिया व डेंगू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत मच्छरदानी का वितरण, घरों में मच्छररोधी दवा घोल डीडीटी का छिड़काव , रैपिड रिस्पॉन्स टीम का गठन कर संवेदनशील ग्रामों – वार्डों में घर-घर सर्वे, लार्वा सोर्स रिडक्शन, लार्वा भक्ष गंबूसिया मछली का जलाशय में निस्तारण, मलेरिया व डेंगू मुक्त अभियान हेतु विस्तृत जनजागरूकता , रैपिड फीवर सर्वे, शिविर, कॉन्टेक्ट सर्वे, मास स्क्रीनिंग, त्वरित जांच व पूर्ण उपचार, मरीजों का फॉलोअप, एंटोमोलॉजिकल सर्वे, स्कूल/आश्रम/छात्रावास में स्वास्थ्य शिक्षा व जांच, अंतर्विभागीय बैठक, कार्यशाला, मच्छर रोधी आयुर्वेदिक औषधी पौधे का रोपण, मच्छरदानी का सही उपयोग करने के लिए लोगों कोप्रेरित किया जा रहा है। कवर्धा शहरी क्षेत्र में नगरपालिका के सहयोग से वार्डों में कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग कर लोगों को जागरूक करने का कार्य भी अनवरत जारी है।

नपा अध्यक्ष ऋषि शर्मा व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मुखर्जी ने की लोगों से अपील – सतर्कता बरतें, सफाई का रखें ध्यान

नगर पालिका कवर्धा के अध्यक्ष ऋषि कुमार शर्मा ने लोगों से सफाई व्यवस्था बनाने, घरों व आसपास पानी न ठहरने देने व स्वास्थ्य सर्वे टीम की मदद करते हुए सही जानकारी उपलब्ध कराने की अपील की है। सीएमएचओ डॉ मुखर्जी ने बताया कि डेंगू बुखार के जोखिम को कम करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप खुद को मच्छरों के काटने से बचाएं।उन्होंने कहा कि ईपीए-पंजीकृत कीट विकर्षक का उपयोग करें जिसमें 20% से 30% डीईईटी या अन्य तत्व होते हैं जो एडीज मच्छरों को दूर रखने में मदद करने के लिए जाने जाते हैं। यथासम्भव पूरे आस्तीन का कपड़ा पहनें। शरीर को ढंककर सोएं, खासकर रात में जब मच्छरों के आसपास होने की अधिक संभावना होती है। कूलर, पुराने टायर या किसी भी ऐसे पात्रों में पानी भरकर न छोड़ें जिनका रोजाना उपयोग न होता हो। बारिश का पानी यदि भराव है तो हटा दें। जहां डेंगू होना आम है वहां रात में मच्छरदानी का प्रयोग करें। उन क्षेत्रों में जानें से बचें जहां डेंगू के प्रकरण मिले हों।

Nikhil Soni

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