धमाका न्यूज़✍️ विकासखंड कवर्धा के ग्राम खपरी के हैंडपंप एवं नलकूप के दूषित पानी का मामला! सुशासन तिहार में दिए आवेदन पर कोई कार्यवाही नहीं, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को समस्याओं से कोई सरोकार नहीं

कवर्धा। सुशासन तिहार के जरिए राज्य सरकार ने गांव-गांव में व्याप्त समस्याओं के निराकरण के लिए एक मंच तैयार किया था कि ग्रामीण और शहरवासियों की समस्याओं का निदान त्वरित और तत्काल किया जा सके, किंतु हैरत की बात कि सुशासन तिहार एक मजाक बनकर रह गया है।
कवर्धा विकासखंड के ग्राम खपरी के दिनेश चंद्रवंशी ने अपने ग्राम के तमाम नलकूप और हैंड पंप में आ रहे दूषित जल की जांच हेतु सुशासन तिहार में आवेदन दिया था इस मकसद से कि जल की जांच की जा सके। चंद्रवंशी ने अपने आवेदन में बताया था कि दूषित जल के सेवन से तरह तरह की बीमारियां व्याप्त हो सकती है ऐसे में जल की जांच कराया जाना बेहद जरूरी है। किंतु हैरत की बात की सरकार के सुशासन तिहार में प्राप्त आवेदन के निराकरण करने के बजाय आज तक सम्बंधित विभाग द्वारा कोई कार्यवाही नहीं किया जाना सुशासन तिहार की परिकल्पना पर उंगली उठाता है, साथ ही लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की कार्यप्रणाली पर भी तरह-तरह के प्रश्न आए दिन उठाते रहे हैं, ग्रामीणों की समस्याओं के निजात के बजाय उनके आवेदनों को रद्दी की टोकरी में डालने जैसा है। जल जीवन मिशन से लेकर तमाम प्रकार की योजनाओं को यह विभाग पुरी तरह से मटियामेट कर रखा है।