धमाका न्यूज़💥 कवर्धा विधानसभा के गांव गांव में मंत्री मोहम्मद अकबर का तूफानी दौरा, वहीं भाजपाई खिला ठोंकने चला रहे हथौड़ा। खेला अब होगा शुरू।।
कवर्धा, 60 हजारी वोट से कवर्धा विधानसभा को फतह करने वाले विधायक एवं कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर निकटतम चुनाव की तैयारी की कड़ी में विधानसभा के गांव गांव और गलियारों में तूफानी दौरा कर रहे हैं, साथ ही चुनावी दौरे की आड़ में जन सरोकार के मुद्दों को भी वे बेहतरीन ढंग से सुलझा भी रहे हैं। वहीं भाजपाइयों के लिए निकटतम विधानसभा चुनाव काफी मायने रखने वाला होगा क्योंकि यह इलाका पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह का होने के साथ-साथ पूर्व भाजपाई विधायकों तथा बड़े नेता का तमगा लेकर चलने वाले भाजपा नेताओं के लिए अग्निपरीक्षा साबित होगा. कवर्धा विधायक एवं कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर जो कि हर 24 घंटे में कवर्धा विधानसभा के गांव गांव में दौरा कर अपने किले को और मजबूत करना चाहते हैं, वही भाजपाई किसी भी कीमत पर यह सीट अपने कब्जे में करने के लिए आतुर है. बस यही कारण है कि चुनाव के चंद महीने पहले ही दोनों प्रमुख प्रतिद्वंदी पार्टियों में चुनावी शंखनाद शुरू हो चुका है। भाजपा आए दिन धरना, पुतला दहन और आंदोलन कर कांग्रेस को उखाड़ फेंकना चाहती है वही मोहम्मद अकबर “वन मैन शो” की तरह गांव-गांव घूम घूम कर लोगों को विकास कार्यों से जोड़ रहे हैं तथा उनकी मांगों और अपेक्षाओं को पूरा कर रहे हैं.
बता दें कि 60 हजारी विधायक एवं कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर का परफॉर्मेंस कवर्धा विधानसभा में बेहतर तो है किंतु विभिन्न इंसानी आपदाओं के कारण ज्वलंत भी है। विकास के नाम पर जहां पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह का यहां कोई खास वजूद स्थापित ना होना भी भाजपा के लिए संकट से भरा है तो 15 साल के राजपाठ के बाद भी इलाका रेलवे से महरूम है. सकरी नदी का तत्कालीन अंग्रेजियत पुल भी भाजपा के काले अध्याय को जिंदा रखेगा. वर्तमान में कवर्धा विधानसभा के पंचायतों में चल रहे निर्बाध विकास के कार्यों, जनता की समस्याओं का निराकरण, नए बस स्टैंड का सोपान, पुल पुलिया तथा सड़कों का निर्माण कार्य भी मोहम्मद अकबर के बेहतर कार्ययोजना को दर्शाता है, वहीं भाजपा के पास वर्तमान में जनता जनार्दन से जुड़े कोई खास मुद्दे देखने को नहीं मिल रहे हैं ऐसे में वह पहले की तरह तूफानी और ज्वलनशील मुद्दे में ही घी डालने का प्रयास कर सकती हैं.
कवर्धा विधायक एवं कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर पिछले चुनाव की भांति इस चुनाव में भी वन मैन शो नजर आ रहे हैं जो अपने बलबूते अपनी कश्ती को भंवर से निकालने की जुगत में हैं, यही कारण है कि वे हर 24 घंटे बाद रायपुर से कवर्धा विधानसभा को कुच कर गांव-गांव और गलियारों में रफ्तार के साथ दौरा कर जनता की मांगों, समस्याओं एवं अपेक्षाओं को हरी झंडी प्रदान कर रहे हैं. प्रॉपर कवर्धा शहर को छोड़ दें तो विधानसभा में मौहम्मद अकबर की पकड़ फेविकोल की तरह मजबूत है, कवर्धा शहर को छोड़कर इसलिए भी कि यही से चुनावी शंखनाद के अलावा यहीं से चुनावी धुआं पुरे कबीरधाम को आगोश में लेगा।
बहरहाल इस दफे विधायक अकबर के लिए यह चुनाव नाक का सवाल होगा, वहीं भाजपाइयों के लिए मरता क्या नहीं करता जैसा होगा। वैसे निकटतम चुनाव के लिए कांग्रेस की ओर से सशक्त एवं दमदार दावेदार के रूप में वर्तमान विधायक एवं कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर ही उम्मीदवार हो सकते हैं वहीं भाजपा से अब तक ऐसा कोई संकेत नजर नहीं आ रहा है किंतु उम्मीदवारी को लेकर अनगिनत नेता अपने अपने स्तर में युद्ध स्तर पर लग चुके हैं जिसका नाम फाइनल होगा वही अकबर के साथ आमने सामने की लड़ाई लड़ेगा बाद परिणाम सबके सामने होगा.