धमाका न्यूज़💥जयंती;- वीर सावरकर ने गढ़ी थी हिंदुत्व की परिभाषा: वीरेन्द्र साहू
जयंती पर याद किए गए वीर सावरकर, भाजपाईयों ने दी श्रद्धांजलि

पिपरिया मंडल में सुनी गई पीएम की मन की बात, मनाई गई सावरकर जयंती
कवर्धा। जनपद पंचायत कवर्धा अंतर्गत पिपरिया मंडल के ग्राम धरमपुरा बूथ में रविवार को जिला भाजपा महामंत्री एवं जनपद पंचायत कवर्धा के उपाध्यक्ष वीरेन्द्र साहू के नेतृत्व में भाजपा मण्डल के कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने एक कार्यक्रम आयोजित कर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मन की बात कार्यक्रम को सामूहिक रूप से सुना। तत्पश्चात भाजपा के कार्यकर्ताओं ने वीर सावरकर की जयंती पर उन्हें याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर जिला भाजपा महामंत्री एवं जनपद पंचायत कवर्धा के उपाध्यक्ष वीरेन्द्र साहू ने उपस्थित जनो को संबोधित करते हुए कहा कि वीर सावरकर महान क्रांतिकारी, चिंतक, लेखक, वकील, राजनीतिज्ञ और राष्ट्रवादी विचारक थे। बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी विनायक दामोदर सावरकर का जन्म महाराष्ट्र के नाशिक जिले में 28 मई 1883 हुआ था। उनके पिता का नाम दामोदर पंत सावरकर और मां का नाम राधाबाई था। श्री साहू ने कहा कि वीर सवारकर उस दौर के सबसे बड़े हिंदूवादी नेता थे। वह अखिल भारतीय हिंदू महासभा के छह बाहर राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए। जीवनभर वह हिंदुत्व का झंडा थामकर संघर्ष करते रहे। राजनीति में हिंदू राष्ट्रवाद की विचारधारा को विकसित करने में सावरकर का बहुत बड़ा योगदान माना जाता है। वो वीर सावरकर ही थे जिन्होंने पूरे विश्व में भारत की पहचान हिंदू के रूप में बनाने के लिए हिंदुत्व शब्द को गढ़ा था। श्री साहू ने कहा कि वीर सवारकर का देश की आजादी में अमूल्य योगदान रहा और वे इस संघर्ष में अपने जीवनकाल में कई बार जेल गए। इनमें सबसे ज्यादा लंबा समय 1911 से 1921 तक अंडमान की सेल्युलर जेल में रहे। उन्हें काला पानी की सजा सुनाई गई थी। वीर सावरकर ही देश के अकेले ऐसे क्रांतिकारी रहे जिन्हें आजीवन कारावास की दोहरी सजा सुनाई गई थी। कहा जाता है अंडमान जेल में रहने के दौरान उन्होंने की पत्थरों से जेल की दीवारों पर दस हजार से ज्यादा कविताएं लिखीं। जिन्हें बाद में कलमबद्ध किया। श्री साहू ने कहा कि वीर सावरकर के देश के प्रति दिए गए योगदान का कभी नहीं भुलाया जा सकता। इस अवसर पर भाजयुमों मंडल अध्यक्ष अश्वन साहू, उपाध्यक्ष धरम पाटिल, बूथ अध्यक्ष बाला राम, शक्तिकेन्द्र सह संयोजक उरेन्द्र साहू, बटुक साहू, शैलेंद्र साहू, विजय, बबलू, मोहन, ओमकार, तामेश्वर, देवेंद्र, दिनेश, भूपेंद्र सिंह राजपूत, भुनेश्वर, हीरालाल, धर्मेंद्र साहू, बेदराम यादव, अघनु निषाद, रोहित साहू, शिवनाथ, प्रकाश साहू सहित बड़ी संख्या में भाजपा के कार्यकर्ता व पदाधिकारी उपस्थित थे।