धमाका न्यूज💥 कांग्रेस राज में न नारियों का सम्मान न बच्चों की फिक्र:विरेन्द्र साहू
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायक शिक्षकों की हड़ताल सरकार की नाकामी का नतीजा

जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों व शासकीय प्राथमिक शालाओं में तालाबंदी, सरकार बेपरवाह
कांग्रेस की वादाखिलाफी से हर वर्ग नाराज*
कवर्धा। प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने अगर वर्ष 2018 के अपने चुनावी घोषणा पत्र पर पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ अमल किया होता तो आज न ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठना पड़ता और न ही सरकारी प्राथमिक शालाओं में पदस्थ सहायक शिक्षक बेमुद्दत हड़ताल का रास्ता अपनाते। सत्ता पाने के बाद मदमस्त प्रदेश की कांग्रेस सरकार न तो नारियों का सम्मान कर पा रही है और न ही उसे बच्चों के भविष्य की कोई चिंता है। उक्त बातें जिला भाजपा के महामंत्री तथा जनपद पंचायत कवर्धा के उपाध्यक्ष विरेन्द्र साहू ने जारी बयान में कहीं। उन्होने कहा कि यह दुर्भाग्य का विषय है कि बीते करीब चार सालों से अपनी मांगों को लेकर संघर्षरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं की सुध प्रदेश सरकार ने नहीं ली और उन्हें अंत: मजबूरन आंगनबाड़ी केन्द्रों को छोड़कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठना पड़ गया। श्री साहू ने कहा कि इस हड़ताल के चलते आंगनबाड़ी केन्द्रों में ताला लटकने से हजारों बच्चे पोषण आहार से वंचित हो रहे हैं। गर्भवति व शिशुवति माताओं को भी पोषण आहार नहीं मिल पा रहा है, लोग केन्द्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से वंचित हो रहे हैं। विरेन्द्र साहू ने कहा कि इसी प्रकार प्रदेशभर के सहायक शिक्षक भी कांग्रेस की वादाखिलाफी और उपेक्षा पूर्ण रवैए से नाराज होकर अब अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। जिससे शासकीय प्राथमिक शालाओं में अध्यनरत बच्चों की पढ़ाई लिखाई, चौपट हो चुकी है, बच्चों को मध्यान्ह भोजन तक नहीं मिल पा रहा है। जिला भाजपा महामंत्री व जनपद पंचायत कवर्धा के अध्यक्ष श्री साहू ने कहा कि यह सरकार की नाकामी का नतीजा है कि आज हर वर्ग और समुदाय के लोग तथा कर्मचारी सरकार के खिलाफ अपने हक की आवाज बुलंद कर रहे हैं। श्री साहू ने शासन से मांग की है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं और सहायक शिक्षकों की मांगों के पक्ष में तत्काल निर्णय लेकर हड़ताल को समाप्त कराया जाए ताकि प्रदेश की नारी शक्ति और बच्चों को उनका हक मिल सके।