कबीरधाम विशेष

धमाका न्यूज़✍️दो POS एजेंटों की गिरफ्तारी के बाद आज कबीरधाम पुलिस ने फर्जी सिम कार्ड सप्लाई करने वाले मास्टर सप्लायर करन चंद्राकर को गिरफ्तार किया

कबीरधाम पुलिस ने साइबर अपराधों पर प्रभावी अंकुश लगाने की दिशा में एक और बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस महानिरीक्षक राजनांदगांव रेंज  दीपक कुमार झा (IPS) के मार्गदर्शन एवं पुलिस अधीक्षक कबीरधाम धर्मेंद्र सिंह (IPS) के नेतृत्व में लगातार की जा रही कार्रवाई साइबर ठगी के मामलों में फर्जी सिम सप्लाई मामले में कल फर्जी सिम सप्लाई करने वाले दो POS एजेंटों की गिरफ्तारी के बाद आज कबीरधाम पुलिस ने फर्जी सिम कार्ड सप्लाई करने वाले मास्टर सप्लायर करन चंद्राकर को गिरफ्तार कर लिया है।

कल ही भूपेंद्र जोशी एवं दुष्यंत जोशी नामक दो एजेंटों को गिरफ्तार किया गया था, जो फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सिम कार्ड जारी कर साइबर ठगों को बेचते थे। उनसे पूछताछ के दौरान करन चंद्राकर का नाम सामने आया। पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि करन चंद्राकर बेमेतरा जिले का निवासी है और अब तक 100 से अधिक फर्जी सिम कार्ड उत्तर प्रदेश में सक्रिय मास्टरमाइंड को कोरियर के माध्यम से भेज चुका है।

करन चंद्राकर – फर्जी सिम कार्डों का मास्टर सप्लायर
✔️ करन चंद्राकर बेमेतरा जिले का निवासी है और पिछले कुछ वर्षों से फर्जी सिम कार्ड जारी कर साइबर ठगी गिरोह को बेच रहा था।
शुरुआत में वह उत्तर प्रदेश के मास्टरमाइंड के लिए अकेले यह काम कर रहा था, लेकिन बाद में उसने भूपेंद्र और दुष्यंत को अपने साथ जोड़ लिया।
धीरे-धीरे भूपेंद्र और दुष्यंत ने खुद मास्टरमाइंड से सीधा संपर्क कर लिया और सीधे ही फर्जी सिम कार्ड सप्लाई करने लगे, जिससे करन चंद्राकर को नजरअंदाज किया जाने लगा। करन चंद्राकर ने पुलिस को बताया कि अब तक वह 100 से अधिक फर्जी सिम कार्ड मास्टरमाइंड तक कोरियर के माध्यम से भेज चुका है।

फर्जी सिम कार्ड सप्लाई की पूरी साजिश
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि करन चंद्राकर ने फर्जी आधार कार्ड बनाकर खुद के नाम के अलग-अलग पहचान पत्र तैयार कर लिए थे।
उसके पास से 13 फर्जी आधार कार्ड बरामद किए गए*, जिनमें –उसकी अपनी ही तस्वीर थी,
– लेकिन नाम, आधार नंबर और पता अलग-अलग थे।

इन फर्जी दस्तावेजों का उपयोग कर उसने बड़ी संख्या में सिम कार्ड खरीदे और उन्हें उत्तर प्रदेश स्थित मास्टरमाइंड तक कोरियर के माध्यम से भेजा।
इसके बदले उसे प्रत्येक सिम कार्ड पर मोटी रकम मिलती थी*, जिससे वह धीरे-धीरे इस अपराध में पूरी तरह संलिप्त हो गया।

इस मामले में थाना कवर्धा प्रभारी निरीक्षक लालजी सिन्हा द्वारा विवेचना की जा रही है। करन चंद्राकर की गिरफ्तारी में साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक मनीष मिश्रा asi चंद्रकांत तिवारी, संजीव तिवारी, प्रधान आरक्षक चुम्मन साहू, अभिनव तिवारी, आरक्षक अजयकांत, नरेंद्र चंद्रवंशी की भूमिका रही । अब तक कुल तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस पूरे गिरोह का मुख्य सरगना के बारे में जानकारी जुटा ली गई है जल्द ही उसकी भी गिरफ्तारी की जाएगी।

साइबर ठगी से बचाव और जागरूकता – हर नागरिक के लिए जरूरी सतर्कता*

आज के डिजिटल युग में *बैंकिंग धोखाधड़ी, ऑनलाइन ठगी, OTP फ्रॉड, सोशल मीडिया ब्लैकमेलिंग जैसे अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में हर नागरिक को सतर्क रहना आवश्यक है।

साइबर ठगी से बचाव के लिए महत्वपूर्ण सुझाव:
✅ कभी भी अपने बैंक खाते, OTP, ATM पिन, UPI पिन या कोई अन्य संवेदनशील जानकारी किसी के साथ साझा न करें।
✅ अगर किसी अनजान नंबर से KYC अपडेट, बैंक अकाउंट बंद होने या इनाम जीतने जैसी कोई कॉल या मैसेज मिले, तो तुरंत संदेह करें।
✅ सोशल मीडिया पर किसी अज्ञात व्यक्ति से व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें और किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से बचें।
✅ ऑनलाइन खरीदारी करते समय केवल विश्वसनीय वेबसाइटों से ही भुगतान करें।
✅ अगर आपको कोई भी संदिग्ध लेन-देन दिखे, तो तुरंत अपने बैंक से संपर्क करें और साइबर हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत दर्ज कराएं।

कबीरधाम पुलिस की अपील
कबीरधाम पुलिस आमजन से अपील करती है कि—
📌 राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (*https://cybercrime.gov.in*) का अधिक से अधिक उपयोग करें।
📌 किसी भी साइबर ठगी की सूचना तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर दें।
📌 किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी पुलिस को दें।

साइबर अपराध में संलिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। कबीरधाम पुलिस हर नागरिक की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और ऐसे अपराधियों पर लगातार सख्त कार्रवाई जारी रखेगी

Nikhil Soni

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