धमाका न्यूज़✍️खेल-कूद हमारे देश की संस्कृति, खेल बच्चों का आत्म विश्वास बढ़ाता है : डॉ. वीरेन्द्र साहू
कवर्धा। जनपद पंचायत कवर्धा अंतर्गत ग्राम मानिकचौरी में संचालित सरस्वती शिशु मंदिर में गत दिनो संकुल स्तरीय क्रीड़ा प्रतियोगिता का भव्य आयोजन किया गया। इस आयोजन में बतौर मुख्य अतिथि जनपद पंचायत कवर्धा के उपाध्यक्ष डॉ. वीरेन्द्र साहू उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता संत छबीलाल साहू ने की वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में अजय चंद्रवंशी, जगन्नाथ साहू, राजेंद्र वैष्णव सहित आठ विद्यालयों से आचार्य, शिक्षिकाएं तथा बड़ी संख्या में खेल प्रेमी तथा खिलाड़ी उपस्थित थे।
इस अवसर उपस्थित जनो को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि की आसंदी से डॉ. वीरेन्द्र साहू ने कहा कि आज हम सभी सरस्वती शिशु मंदिर के इस पवित्र प्रांगण में एक महत्वपूर्ण अवसर संकुल स्तरीय क्रीड़ा उत्सव के आयोजन में उपस्थित हुए हैं। उन्होने कहा कि यह उत्सव न केवल खेल-कूद की प्रतियोगिताओं का एक मंच है, बल्कि यह हमारे मानसिक और शारीरिक विकास का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। भारत की संस्कृति में खेलकूद को सदैव महत्व दिया गया है। प्राचीन काल से ही हमारे ऋ षि-मुनियों ने शारीरिक और मानसिक विकास के संतुलन पर जोर दिया है। एक स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है। खेल हमें अनुशासन, परिश्रम, सहयोग और नेतृत्व के गुणों का पाठ पढ़ाते हैं। श्री साहू ने कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर में, हम न केवल शैक्षणिक शिक्षा प्राप्त करते हैं, बल्कि यहां का वातावरण हमें संपूर्ण विकास की ओर प्रेरित करता है। क्रीड़ा उत्सव का आयोजन इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसमें हम अपने भीतर छिपी प्रतिभाओं को निखार सकते हैं। यह प्रतियोगिता हमें सिखाती है कि जीत या हार से अधिक महत्वपूर्ण है हमारा प्रयास। हार के बाद हम निराश नहीं होते, बल्कि उससे सीख लेते हैं। खेलों में भाग लेना आत्मविश्वास बढ़ाता है, और यही आत्मविश्वास जीवन की कठिनाइयों से लडऩे में हमारी मदद करता है।
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