धमाका न्यूज़✍️ गांजा, शराब और जुआँ, सट्टा के लिए मशहूर भोजली तालाब के अवैध कब्जों को प्रशासन ने बुलडोजर से किया धराशाई, लोगों ने चुटकी लेते हुए कहा मजा आ गया।
कवर्धा। यूं तो शहर में लोग अवैध कब्जे कर अपना आशियाना और दुकानें बना बनाकर बेशकीमती सरकारी जमीन पर कब्जा जमा चुके हैं, बरसों से सरकारी जमीन में अवैध कब्जा करने का सिलसिला निर्बाध रूप से चल रहा है। कोई सरकारी घास भूमि बेच रहा है तो कोई गुरु नाला बेच रहा है। अब सत्ता बदलते ही प्रशासन जाग चुका है भोजली तालाब के आसपास बसे कीमती सरकारी जमीन पर ठेले लगाकर, झोपड़ी बनाकर तथा कुछ पक्के दुकान बनाकर व्यापार करने वालों पर चला प्रशासन का बुलडोजर। बुलडोजर चलने की सनसनी ने जहॉ शहर की भीड़ को बढ़ा दी वहीं लोगों ने प्रशासन के इस कार्य को लाजवाब बताया। चारों तरफ दुकानों को तोड़ दिया गया, दुकानों के बीच में मौजूद मुस्लिम समाज के ईदगाह के अहाते को भी प्रशासन ने अवैध कब्जा बताकर तोड़ दिया।
बता दे की भोजली तालाब के एक बड़े हिस्से में अवैध कब्जेधारियों ने इस कदर कब्जा कर रखा था कि दिन भर लोगों का जमावड़ा लगा रहता था। रात में असमाजिक तत्वों का अनैतिकृत कार्यों का अड्डा बन चुका था। इसी जगह में लोग गांजा, शराब, जुआ, सट्टा के लिए एकत्रित होते थे। चाय की चुस्कियोँ और सिगरेट के कस के साथ असमाजिक तत्व अनैतिक कार्यों को अंजाम देते थे।
इसी जगह पर आत्मानंद स्कूल और करपात्री स्कूल भी संचालित है जहां युवक युवतियां शिक्षा अध्ययन करते हैं, ठीक इन दोनों स्कूलों के बीच स्थित सरकारी बेशकीमती जमीन पर लंबे अरसे से अवैध कब्जाधारियों ने ठेले, पान ठेले और कच्चे मकान, दुकान बनाकर व्यापार कर रहे थे। इसी जगह पर दिन रात सन्नाटे और सनसनी की कार्रवाई भी होती थी। जिससे सारा शहर वाक़िफ़ है।
बहरहाल प्रशासन का बुलडोजर चलने के उपरांत कवर्धा वासियों ने चुटकी लेते हुए प्रशासन के इस अभियान का दिल खोलकर स्वागत किया है और यह भी कहा है कि ऐसे काम रोज होने चाहिए ताकि शहर की गंदगी साफ हो सके और शहर सुंदर और स्वच्छ बना सके।