धमाका न्यूज़💥 विकास के लिए छटपटा रहे पंडरिया विधान सभा क्षेत्र को आज तक नहीं मिल पाया योग्य विधायक। जो भी विधायक बने क्षेत्रवासियों के साथ दगा ही किए

वरिष्ठ पत्रकार निखिल सोनी की खास रिपोर्टिंग
पंडरिया। छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के 25 साल बाद भी कबीरधाम जिले का पंडरिया विधानसभा क्षेत्र आज तक विकास से कोसों दूर है। पूर्व में बिलासपुर जिले पर आश्रित रहे पंडरिया को कभी तरक्की से जोड़ने की कवायद नहीं हुई बाद कबीरधाम जिला से संबंध होने के दशकों बाद भी हालात जस के तस है, यहां के निवासी हर बार छले गए, लोगों ने जिस उम्मीद और जिस यकीन के साथ अपना विधायक जब-जब चुना सभी ने पंडरिया के लोगों के साथ दगा ही किया। सूरतेहाल पंडरिया आज भी बिजली, पानी, सड़क, स्कूल, पुल पुलियों तथा प्रशासनिक सुविधाओं से महरूम है।
“धमाका न्यूज़” की पड़ताल से पंडरिया विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 71 जो कि कबीरधाम जिले का दूसरा विधानसभा क्षेत्र है जहां कुर्मी बहुलता है, यहां कुर्मी मतों से ही विधायक की ताजपोशी संभव होती है किंतु खेद की बात की दो-दो बार कुर्मी विधायक बनने के बाद भी पंडरिया विकास के लिए आज भी छटपटा रहा है। कबीरधाम निवासी डॉ रमन सिंह के मुख्यमंत्रित्व काल में भाजपा से मोतीराम चंद्रवंशी भी यहीं से विधायक चुने गए थे वह भी क्षेत्रवासियों के विश्वास पर रत्ती भर भी खरा नहीं उतरे फलसफा दूसरी बार रिकार्ड मतों से पराजित होकर लज्जित होना पड़ा। भारतीय जनता पार्टी के डॉक्टर रमन सिंह प्रदेश में तीन पंचवर्षीय मुख्यमंत्री कार्यकाल में खुद के विधायक रहते हुए भी पंडरिया क्षेत्र का विकास ना कर पाना उनकी नाकामियों को दर्शाता है। इसी विधानसभा से वर्तमान कैबिनेट मंत्री तथा कवर्धा विधायक मोहम्मद अकबर भी विधायक रह चुके हैं तब भी बिलखते पंडरिया का दर्द उन्होंने भी नहीं समझा। यहीं से स्थानीय निवासी धर्मजीत सिंह भी विधायक रहे उन्होंने भी खाक कुछ नहीं किया। विधायकों की नाकामियों और लूट खसोट की राजनीति के चलते पंडरिया जुआं, सट्टा, अवैध शराब और अपराध के नाम से जाना जाने लगा।
बहरहाल पंडरिया की जनता पिछली तमाम गलतियों की पुनरावृत्ति से तौबा कर इस वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में ऐसे योग्य और जनमानस की समस्याओं से रूबरू हो सकने वाले तथा पंडरिया इलाके में तमाम अछूते विकास को द्रुत गति से अमलीजामा पहना सकने वाले उम्मीदवार को ही अपना मत देकर क्षेत्र के विकास में मुहर लगाएंगे।
बता दें कि वर्तमान विधायक ममता चंद्राकर से क्षेत्रवासी खासे नाराज हैं, विधायक ने कभी जनता की नहीं सुनी, ना ही रत्ती भर काम किया। लोगों की अपेक्षाओं को ममता चंद्राकर ने जरा भी ध्यान नहीं दिया। बस निज स्वार्थ में लगी रही, जिसकी वजह से क्षेत्र का विकास कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में नहीं हो सका। इन सारी बातों और समस्याओं के मद्देनजर इस बार पंडरिया क्षेत्र के लोग स्थानीय विधायक की कारगुजारिओं से आक्रोशित है ही साथ ही कांग्रेसी सरकार से भी खिन्न है क्योंकि अनेक दफा स्थानीय विधायक की नाकामियों पर आवाज उठाने के बाद भी सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंगना इस बात का सबूत है कि पंडरिया के विकास में स्थानीय विधायक के साथ-साथ कोई भी सरकार ध्यान देना नहीं चाहती।