धमाका न्यूज💥 शिक्षक दिवस पर जनपद उपाध्यक्ष वीरेन्द्र साहू ने शिक्षकों का किया सम्मान, कहा: अंधकार से प्रकाश का मार्ग प्रशस्त करने में शिक्षकों की भूमिका अभिवंदनीय

मरका हाई स्कूल में कार्यक्रम आयोजित, स्कूल का भी किया निरीक्षण
कवर्धा। शिक्षक दिवस के अवसर पर जनपद पंचायत कवर्धा के उपाध्यक्ष वीरेन्द्र साहू ने मानव जीवन में शिक्षकों के महत्व और उनके योगदान को समझते हुए अपने जनपद क्षेत्र अंतर्गत ग्राम मरका में संचालित शासकीय हाई स्कूल पहुंचकर यहां पदस्थ शिक्षकों के साथ संकुल मरका के शिक्षकों का सम्मान किया। इस अवसर श्री साहू ने उपस्थित जनो को संबोधित करते हुए कहा कि भारत रत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जयंती पांच सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाई जाती है। भारत के पहले उपराष्ट्रपति व दूसरे राष्ट्रपति डॉ. राधाकृष्णन शिक्षक के साथ ही प्रख्यात दार्शनिक भी थे। उन्होंने अपने लेखों व भाषणों से विश्व को दर्शनशास्त्र से परिचय कराया। तमिलनाडु के एक छोटे से गांव तिरुतानी में जन्मे डॉ. राधाकृष्णन ने 1909 में मद्रास प्रेसीडेन्सी कॉलेज से शिक्षक जीवन की शुरुवात कर चालीस वर्षों तक शिक्षकीय कार्य किया। हमारे देश में प्राचीन काल से ही गुरुओं का महत्व रहा है। गुरु को भगवान से ऊपर दर्जा दिया गया है। भारतीय इतिहास के महान गुरु में गुरु वशिष्ठ, महर्षि वेदव्यास, परसुराम, संदीपनी, द्रोणाचार्य, चाणक्य आदि का नाम प्रमुखता से लिया जा सकता है। माता-पिता के बाद गुरु ही मार्गदर्शक होते हैं। उन्होने मरका हाईस्कूल तथा मरका संकुल में पदस्थ शिक्षकों से स्कूलों में अध्यनरत स्कूली बच्चों को बेहतर स्कूली शिक्षा के साथ संस्कारी शिक्षा देने का आव्हान किया। साथ ही श्री साहू ने मरका हाई स्कूल का निरीक्षण भी किया और छात्रा-छात्राओं को मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी ली। कार्यक्रम में कमलेश कश्यप, विरेन्द्र चन्द्रवंशी, प्रेमिश शर्मा, कौशल चन्द्रवंशी, राजेश खरांशू, कामता साहू, धनेश चतुर्वेदी, कैलाश चन्द्रवंशी, योगेन्द्र चन्द्रवंशी, वेदुराम धुर्वे, मनोज मण्डावी, भुपेन्द्र जाटवर, भागवत नारंगे, राजेन्द्र दिवाकर, गब्बर महिलांग, राधेश्याम कोठारी, हुकमी धुर्वे, राजेश तिवारी, हरि भास्कर, अनिल चन्द्रवंशी, सुधीर सोनी, सुखनंदन निर्मलकर, भुनेश्वर डाहिरे आदि उपस्थित थे।