
कवर्धा। शहर की चौपट यातायात व्यवस्था से आम क्या खास इंसान भी खासे परेशान है, बेखौफ़ और बिगड़ईल वाहन चालकों से बच्चे और बुजुर्ग भी खासे भयभीत है, बेतरतीब और द्रुत गति से वाहन चालक सड़कों पर गाड़ियां दौड़ा रहे हैं किंतु यातायात के जवान और विभाग प्रमुख के कानों में जूँ तक नहीं रेंग रहा है। शहर के चौक चौराहे और आम रास्ते खतरों से खाली नहीं है, शराब के नशे में बिगड़े हुए लड़के शहर में इस कदर गाड़ियां दौड़ा रहे हैं कि बच्चों के साथ-साथ बच्चों के मां-बाप भी भयभीत है, एक ओर जहाँ नगर पालिका होली की खुमारी में सोई हुई है, वहीं यातायात विभाग भी कथरी ओढ़ कर घी खा रहा है। यही वजह है कि सड़क और चौराहे फुटपाथियों के कब्जे से सिमट चुका है।
बहरहाल शहर के चौक चौराहे और आम रास्तों में बेदर्दी से गाड़ियां दौडाई जा रही है, वहीं लोडिंग अनलोडिंग खुलेआम बीच सड़क पर किया जा रहा, ट्रैफिक के जवानों का कहीं अता पता ना ठिकाना है, हां शहर से बाहर दो-तीन किलोमीटर में इन्हीं के कैंप जरूर लगे दिखेंगे जहां गाड़ियों को रोक-रोक कर होली की बधाई और समझाइश शायद दी जा रही।