धमाका न्यूज 💥 राज्य सरकार की मंशानुरूप स्वास्थ्य सेवाओं को जायजा लेने कलेक्टर श्री महोबे का सुदूर वनांचल ग्राम दौरा, कहा — अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवा पहुंचाना हमारा दायित्व
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*कबीरधाम में चरितार्थ हो रहा सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामयाः, सबकी पहुच में स्वास्थ्य सेवा*
सुदूर वनाचंल क्षेत्रों का दौरा कर जिला कलेक्टर जनमेजय महोबे ले रहे कार्यों का जायजा। आज कंदावानी के आश्रित ग्राम कान्हाखैरा पहुंच स्वास्थ्य शिविर में आये बैगा आदिवासियों से की बातचीत, पूछा हालचाल।
कवर्धा। राज्य सरकार की मंशानुरूप जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को हर व्यक्ति तक सरलता से पहुँचाया जा रहा है। शहरी, ग्रामीण व सुदूर वनाचंल वासियों के लिए समान व्यवस्था करने हेतु हाट बाजार क्लिनिक के अलावा समय-समय पर चिन्हांकित ग्रामों में स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। पंडरिया ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ स्वप्निल तिवारी ने बताया कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुजॉय मुखर्जी के मार्गदर्शन में अनवरत शिविर व स्वास्थ्य केंद्रों में लोगों स्वास्थ्य जांच व उपचार की सेवाएं दी जा रही हैं। उन्होंने बताया कि आज इसी कड़ी में पंडरिया विकासखण्ड के सुदूर वनाचंल क्षेत्र कंदावानी के आश्रित ग्राम कन्हाखैरा में स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य जांच व उपचार शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में ग्रामीणों को स्वास्थ्य जागरूकता के सम्बंध में बताया गया और जांच करके आवश्यकतानुसार उपचार किया गया।
जिला कलेक्टर जनमेजय महोबे ने लिया जायजा
जिलाधीश जनमेजय महोबे द्वारा आज पंडरिया के सुदूर वनाचंल ग्राम कंदावानी के आश्रित ग्राम कान्हाखैरा में जारी स्वास्थ्य शिविर का दौरा किया गया। उन्होंने वनाचंल वासियों के लिए जारी स्वास्थ्य सेवाओं के लिए किए जा रहे तमाम प्रयासों की जानकारी ली व शिविर में जारी कार्यों का जायजा लिया। शिविरों के माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने के प्रयासों की सराहना भी उनके द्वारा की गई व इसको अनवरत जारी रखने का निर्देश भी उन्होंने सर्व सम्बन्धितों को दिया। उन्होंने मिर्गी से पीड़ित मृतक रामसिंग के सम्बंध में सम्पूर्ण जानकारी ली व लोगों के स्वास्थ्यगत हालातों को संवेदनशीलता और प्राथमिकता से समझकर उपचार करने की सलाह भी स्वास्थ्य टीम को दी है।
शिविर के दौरान ही मिर्गी पीड़ित ग्रामीण रामसिंग के निधन की जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य टीम पहुंच स्थल पर
बच्चे का जन्म हो या किसी का निधन, हर पहलू पर स्वास्थ्य टीम संवेदनशील है। विशेषकर वनाचंल क्षेत्रों में होने वाले निधनों पर टीम द्वारा अलर्ट रहकर निगरानी रखी जा रही है। आज शिविर के दौरान स्वास्थ्य टीम को कान्हाखैरा के एक मिर्गी पीड़ित व्यक्ति रामसिंग पिता जयसिंग उम्र 35 वर्ष के निधन की सूचना मिलने पर बीएमओ डॉ स्वप्निल तिवारी व डॉ स्वप्निल साधु द्वारा अपनी निगरानी में पंचनामा करवाया गया। स्वास्थ्य टीम उक्त व्यक्ति के अंतिम संस्कार तक स्थल पर ही रही। दोनों ही चिकित्सकों ने बताया कि उक्त व्यक्ति के परिजनों के अनुसार रामसिंग बचपन से मिर्गी पीड़ित था जिसके चलते उसका विवाह नही कराया गया था। आज सुबह 6 बजे रामसिंग को मिर्गी का पहला अटैक आया था इसके पश्चात वह ठीक महसूस करने पर लकड़ी लेने जंगल की ओर गया था जहां मिर्गी अटैक आने पर नदी में गिरकर उसकी मौत हो गई। रामसिंग के परिजनों ने मिर्गी पीड़ित होने के चलते पोस्टमार्टम न करने का अनुरोध करके पंचनामा करवाया और उसका अंतिम संस्कार किया गया। चिकित्सकों की मानें तो लंबे समय तक मिर्गी का दौरा आने पर सांस रुकने की प्रबल सम्भवना रहती है, जिसके चलते पीड़ित की मौत हो सकती है।
स्वास्थ्य शिविरों में गम्भीर बीमारी से ग्रसित लोगों का किया जा रहा चिन्हांकन
उक्त शिविरों के माध्यम से जिले के वनाचंल वासियों का त्वरित प्राथमिक उपचार स्वास्थ्य टीम द्वारा किया जा रहा है। इसके अलावा गम्भीर या अतिगम्भीर बीमारी से पीड़ित लोगों को चिन्हांकित करके फॉलो अप लिया जाता है व उन्हें उचित परामर्श देकर उच्च स्तरीय उपचार के लिए जिला अस्पताल रेफर किया जा रहा है। वर्तमान में जिला अस्पताल में ऐसे ही शिविरों में चिन्हांकित कार्डियक फेलियर का एक प्रकरण और स्वास की समस्या से पीड़ित व्यक्ति जिसको ट्यूबर क्लोसिस डागनोस्ड हुआ है , का उपचार जारी है। डॉ मुखर्जी ने बताया कि आवश्यकतानुसार बाहर जिलों के या निजी विशेषज्ञ चिकित्सकों से सम्पर्क करके जिला अस्पताल बुलाकर मरीजों को स्वास्थ्य जांच व उपचार की सेवाएं देने का प्रयास भी किया जा रहा है।
लक्ष्य दम्पत्तियों का चिन्हांकन कर, माहवारी सर्विलेंस कराकर जल्द से जल्द गर्भवतियों का पंचीयन हो, चार एएनसी जांच हो या संस्थागत प्रसव हो जिले में स्टेप बाई स्टेप योजनाबद्ध तरीकों से कार्य करके मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम को सुदृढ करने का हर सम्भव भरसक प्रयास जारी है।