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धमाका न्यूज़💥 जिंदगी महंगी और मौत सस्ती हो गई है — निखिल सोनी, पत्रकार की कलम से

कवर्धा। वाहनों की मेट्रो रफ्तार ने जिंदगी की रफ्तार को पीछे छोड़ दिया है, परिणाम मौत। जी हां आजकल जिंदगी महंगी और मौत सस्ती हो गई है। बेफिक्र, बिंदास और बेपरवाह युवकों में इस कदर भागमभाग मची है कि वे अपनी जिंदगी को दांव पर लगा रहे हैं, सड़कों पर वाहनों को इस कदर दौड़ा रहे हैं कि उन्हें खुद की जिंदगी की चिंता नहीं, मां-बाप, परिवार, भाई—बहन, रिश्ते —नाते की भी परवाह नहीं। फलसफा कबीरधाम जिले में लगातार मौत ने कहर बरपा रखा है, जिले के विभिन्न मार्गों में आए दिन युवकों की सड़क हादसों में मौत हो रही है, इन दुर्घटनाओं में प्रमुख कारण रफ्तार का कहर ही मुख्य कारण बताया जा रहा है वही हेलमेट ना पहनना भी इसका प्रभावी कारण है।

मां—बाप ने पैदा किया, पाला पोसा, पढ़ाया—लिखाया यह सोच कर कि बच्चा बड़ा होकर परिवार का भरण—पोषण करेगा, परिवार का नाम रोशन करेगा, लेकिन उन्हें क्या पता उनका बच्चा सड़कों पर तेज रफ्तार की स्पर्धा कर रहा है, ना उसे परिवार की चिंता ना समाज की चिंता, न खुद की चिंता, बस रफ्तार ही उसकी जिंदगी का फलसफा बन चुका है, और यही रफ्तार उसकी मौत का सबब बनते जा रहा है।

कबीरधाम जिले में सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौत में निरंतर इजाफा हो रहा है। आए दिन बालिग हो या नाबालिग नवयुवक तेज रफ्तार की कहर से मर रहे हैं। कहां खो गई आजकल के नवयुवकों की दिमागी हालत? क्या दिमागी हालत खराब हो चुकी है जो सड़कों पर तेज रफ्तार मोटर साइकल चला कर मौत को आमद दे रहे हैं। आए दिन पुलिस विभाग के द्वारा हेलमेट पहनने की गुजारिश की जाती है किंतु आजकल की युवा पीढ़ी हेलमेट पहनना उचित नहीं समझते, आजकल के यह सरफिरे नवयुवक शराब का सेवन कर इस कदर वाहन चला रहे हैं उनकी तो उनकी आम लोगों की जिंदगी भी दांव पर लग चुकी है। मौत को गले लगाकर खुद तो चले जाते हैं लेकिन अपने पीछे वेदनाओं का पहाड़ छोड़ जाते हैं जिसकी वजह से पूरा परिवार दुख के साए में जिंदगी काटते रहता है।

फलसफा बात करें तो बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौत पर पाबंदी लगाने के लिए आवश्यकता है पुलिस विभाग को निरंतर चालानी कार्यवाही करने की, समझाइश देने की, सुरक्षित वाहन कैसे चलाया जाए इसकी पाठशाला भी समय-समय पर लगानी होगी, माता-पिता भी बच्चे को समझाएं, इन युवकों को भी अपनी बुद्धि और विवेक से काम लेना होगा कि उनके पीछे उनका पूरा परिवार उसका इंतजार कर रहा है अगर उसे कुछ हो जाता है तो उसके परिवार पर गम के बादल टूट पड़ेंगे।

Nikhil Soni

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