धमाका न्यूज़✍️रक्षा बंधन; “आपकी सुरक्षा, हमारा संकल्प” का संदेश देते हुए शैक्षणिक और सामाजिक संस्थाओं की बहनों ने समाज की सुरक्षा में तत्पर पुलिस भाइयों की कलाइयों में बांधा स्नेह की डोर,

कबीरधाम में रक्षाबंधन पर बहनों ने पुलिस भाइयों की कलाई पर बांधा सुरक्षा का संकल्प सूत्र
रक्षाबंधन के पावन अवसर पर, जब अधिकांश भाई-बहन यह त्योहार अपने घर-परिवार के साथ मना रहे थे, जिले के पुलिस जवान अपने कर्तव्य पथ पर समाज की सुरक्षा में तत्पर थे। इन्हीं समर्पित पुलिस भाइयों के प्रति स्नेह, सम्मान और आभार व्यक्त करने के लिए, कबीरधाम जिले के विभिन्न विद्यालयों, महाविद्यालयों और सामाजिक संस्थाओं की बहनों ने एक दिन पूर्व ही पुलिस अधिकारियों एवं जवानों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उन्हें सुरक्षा का संकल्प सूत्र प्रदान किया।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आयोजित इस भावपूर्ण समारोह में, बहनों ने “आपकी सुरक्षा, हमारा संकल्प” का संदेश देते हुए राखी बांधी। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेंद्र सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री पुष्पेंद्र बघेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री पंकज पटेल, उप पुलिस अधीक्षक श्री आशीष शुक्ला एवं श्री कृष्ण कुमार चंद्राकर ने राखी बंधवाकर बहनों का आशीर्वाद प्राप्त किया।
इस कार्यक्रम में दिल्ली पब्लिक स्कूल की शिक्षिका श्रीमती रेखा सिंह, कक्षा 7वीं एवं 9वीं की छात्राएं, प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय कवर्धा की बी.के. निलेश्वरी दीदी एवं बी.के. गोमती दीदी, तथा पी.जी. कॉलेज की छात्रा बहनों ने भाग लिया। सभी ने प्रेम, विश्वास और आशीर्वाद से परिपूर्ण राखी बांधते हुए पुलिस भाइयों की निरंतर सेवा, निष्ठा और बलिदान के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।
बहनों ने कहा कि पुलिस विभाग समाज की ढाल है, जो अपने त्योहार और परिवार की खुशियां त्यागकर नागरिकों की सुरक्षा में जुटा रहता है। वहीं, पुलिस अधिकारियों ने इस स्नेह और आशीर्वाद के लिए आभार व्यक्त करते हुए वचन दिया कि वे समाज में सुरक्षा, शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए सदैव तत्पर रहेंगे।
पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेंद्र सिंह ने कहा —
> “आज बहनों के हाथों राखी बंधवाकर हमें महसूस हुआ कि हमारी ड्यूटी केवल वर्दी तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक भावनात्मक रिश्ता है जो हमें पूरे समाज से जोड़ता है। यह रक्षा सूत्र हमें हमेशा याद दिलाएगा कि हमारी जिम्मेदारी केवल कानून-व्यवस्था तक नहीं, बल्कि हर बहन-बेटी की सुरक्षा तक है।”
रक्षाबंधन का यह पर्व कबीरधाम में केवल भाई-बहन के रिश्ते का उत्सव नहीं, बल्कि जन-सेवा और सुरक्षा के अटूट संकल्प का सशक्त प्रतीक बन गया।