धमाका न्यूज़✍️पुलिस की घेराबंदी; दो शातिर और सक्रिय बदमाश को कवर्धा बस स्टैंड से उठाया गया, दोनों पर पूर्व में भी आपराधिक मामले दर्ज, रात में लगातार रहेगी पुलिस की निगरानी।

कवर्धा। पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र सिंह के दिशा निर्देश में अभियान का संचालन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुष्पेन्द्र सिंह बघेल एवं पंकज पटेल के मार्गदर्शन में, तथा एसडीओपी कवर्धा कृष्णा कुमार चंद्राकर के पर्यवेक्षण में कोतवाली थाना प्रभारी लालजी सिन्हा के नेतृत्व में किया गया। डीआरजी व कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम इस अभियान में विशेष रूप से सक्रिय रही।
पुलिस को सूचना मिली थी कि बस स्टैंड क्षेत्र में आपराधिक प्रवृत्ति के कुछ व्यक्ति सक्रिय हैं। इस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने बस स्टैंड परिसर सहित आसपास के क्षेत्रों में दबिश दी। मौके से दो सक्रिय बदमाशों को गिरफ्तार किया गया:
1. देव सावरा, पिता विद्या सावरा, उम्र 20 वर्ष,
साकिन – आदर्श नगर, वार्ड क्रमांक 05, कवर्धा, थाना कवर्धा, जिला कबीरधाम (छ.ग.)
2. करण श्रीवास, पिता लाला श्रीवास, उम्र 21 वर्ष,
साकिन – जमातपारा, वार्ड क्रमांक 20, कवर्धा, थाना कवर्धा, जिला कबीरधाम (छ.ग.)
इन दोनों व्यक्तियों के विरुद्ध पूर्व में भी आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। प्रारंभिक पूछताछ में इनके द्वारा हाल ही की संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी प्राप्त हुई है। दोनों आरोपियों को आवश्यक वैधानिक कार्यवाही उपरांत न्यायालय में प्रस्तुत किया जा रहा है।
पुलिस की यह कार्रवाई केवल सीमित समय की नहीं है। बस स्टैंड क्षेत्र में रात्रिकालीन निगरानी भी लगातार की जा रही है। पुलिस बल की स्थायी तैनाती के साथ-साथ मोटरसाइकिल गश्ती दल व मोबाइल पार्टी द्वारा लगातार भ्रमण जारी है, ताकि असामाजिक तत्वों को किसी भी तरह की छूट न मिले। पुलिस द्वारा लगातार दबिश, चेकिंग और निगरानी की जा रही है। अपराधियों को पकड़ने और आम जनता में सुरक्षा की भावना बनाए रखने हेतु पुलिस हर स्तर पर सक्रिय है।
पुलिस अधीक्षक धमेन्द्र सिंह ने कहा, “बस स्टैंड जैसे भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक स्थलों पर अपराधियों की गतिविधियों को किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जाएगा। यह अभियान कानून व्यवस्था के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है, और भविष्य में भी ऐसी कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी।”
जिला पुलिस आम नागरिकों से अपील करती है कि किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि, व्यक्ति अथवा अपराध से जुड़ी जानकारी तत्काल स्थानीय थाना या डायल 112 पर दें। समाज को अपराधमुक्त बनाने में नागरिकों की भागीदारी अत्यंत आवश्यक है।