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धमाका न्यूज़✍️श्रवण बाधित स्वास्थ्य लिपिक अजय कुमार देवांगन के दिव्यांगता की जांच की उठी मांग, छत्तीसगढ़ दिव्यांग सेवा संघ ने सौंपा ज्ञापन, जाँच न होने पर संघ ने दी आंदोलन की चेतावनी।

कवर्धा। छत्तीसगढ़ दिव्यांग सेवा संघ ने कबीरधाम कलेक्टर और सीएमएचओ को ज्ञापन देकर दिव्यांगों के लिए आरक्षित श्रेणी में विशेष भर्ती अभियान के तहत श्रवण बाधित दिव्यांग प्रमाण पत्र के आधार पर नियुक्त स्वास्थ्य लिपिक अजय कुमार देवांगन के दिव्यांगता की जांच सत्यापन करवाने की मांग कर स्वास्थ्य विभाग में एक और सनसनी खेज मामला उठा दिया है, जिससे दूध का दूध और पानी का पानी पुख्ता हो जाये।

सीएमएचओ द्वारा अजय कुमार देवांगन को सौपे नियुक्ति आदेश के नियम कायदे की कंडिका 11 में आवेदकों को अपनी दिव्यांगता का स्थाई जीवित प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने पर पात्र होना उल्लेखित किया गया है।
बता दें कि स्वास्थ्य लिपिक अजय कुमार देवांगन का दिव्यांग प्रमाण पत्र फिलहाल अस्थाई है उसकी वैधता दिनांक 13/08/18 को समाप्त हो गई है।सीएमएचओ द्वारा लिपिक अजय कुमार देवांगन के दिव्यांगता का सत्यापन करने और स्थाई प्रमाण पत्र जमा करने के लिए अब तक किसी भी तरह की कोई कार्यवाही नही किया गया है जिससे मामले में कहीं न कहीं पेंच जाहिर होता है, जिसका खुलासा होना बेहद आवश्यक है।

ये बताना लाजिमी होगा कि, दिव्यांग प्रमाण पत्र आवेदक के गृह जिला के मेडिकल बोर्ड में ही बनाया जाता है। लिपिक अजय कुमार देवांगन मूलतः जिला जांजगीर चापा के रहवासी है जिन्होंने अपना दिव्यांगता प्रमाण पत्र जिला बिलासपुर से बनवाया है। छत्तीसगढ़ दिव्यांग सेवा संघ की शिकायत पर संचालक स्वास्थ्य के द्वारा फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाने वाले बिलासपुर के कान नाक गला विशेषज्ञ डॉ प्रमोद महाजन के द्वारा बनाये गए श्रवण बाधित दिव्यांग प्रमाण पत्रों की दिव्यांगता का जांच सत्यापन कराया जाना है। अजय कुमार देवांगन के दिव्यांग प्रमाण पत्र को भी बिलासपुर के उक्त डॉ प्रमोद महाजन ने ही बनाया है। जिससे यह उजागर होना संभव है कि अजय कुमार देवांगन का दिव्यांगता प्रमाण पत्र फर्जी हो सकता है।

छत्तीसगढ़ दिव्यांग सेवा संघ द्वारा अजय कुमार देवांगन की दिव्यांगता का सत्यापन सम्भागीय मेडिकल बोर्ड रायपुर से करवाने ज्ञापन दिया गया है। संघ ने अपने ज्ञापन में चेतावनी दी है यदि लिपिक की दिव्यांगता की पुनः जाँच नही करने की स्थिति में संघ उग्र आंदोलन करेगा। बहरहाल संघ के आने से मामला अब तूल पकड़ लिया है, ऐसी दशा में सम्बंधित की दिव्यांगता की जाँच किया जाकर इसका पर्दाफाश किया जाना न्यायोचित होगा।

Nikhil Soni

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