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धमाका न्यूज✍️ ग्राम सेमरहा में ह्रदय विदारक हादसे के मृतकों के बच्चे संवेदनशील विधायक भावना बोहरा के साथ पहली बार पहुंचे विधानसभा, मुख्यमंत्री एवं विधानसभा अध्यक्ष से की मुलाकात, अभिभावक की जिम्मेदारी पर बोहरा ने क्या कहा,,, पढ़ें

विधायक भावना बोहरा के साथ ग्राम सेमरहा के बच्चे पहली बार पहुंचे विधानसभा, मुख्यमंत्री एवं विधानसभा अध्यक्ष से की मुलाकात

पंडरिया विधायक भावना बोहरा के साथ आज विधानसभा में ग्राम सेमरहा के 24 बच्चों का आगमन हुआ जहाँ उन्होंने विधानसभा की कार्यवाही देखी। इस दौरान बच्चों के चेहरे पर ख़ुशी देखते ही बन रही थी। पंडरिया विधानसभा के वनांचल क्षेत्र से आए बच्चों ने पहली बार विधानसभा में सदन की कार्यवाही देखी, जो उनके लिए एक अलग ही अनुभव था। इस दौरान सभी बच्चों ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ.रमन सिंह, उपमुख्यमंत्री अरुण साव, कैबिनेट मंत्री लखनलाल देवांगन और श्याम बिहारी जायसवाल से भी मुलाकात की। मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष एवं मंत्रियों ने भी बच्चों से बात की और उन्हें उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी।

 

विदित हो कि मई में ग्राम बहापानी के पास दुखद सड़क हादसे में 19 लोगों का निधन हो गया था, जिसके बाद पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने उनके परिवार के 24 बच्चों के शिक्षा,रोजगार एवं विवाह तक की पूरी जिम्मेदारी ली है। इस दौरान सभी बच्चों ने रायपुर एवं माल का भ्रमण किया।

इस अवसर पर पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने कहा कि यह बच्चों के साथ-साथ मेरे लिए भी एक सुखद अनुभूती है। हादसे के बाद से बच्चों के मन में वह घटना कहीं न कहीं उनके मन में घर कर गई थी। बच्चों को उस हृदयविदारक घटना से सांत्वना मिल सके इसके लिए हमने यह प्रयास किया। आज बच्चों ने विधानसभा की कार्यवाही देखी, पहली बार विधानसभा में आकर उनके चेहरों पर आई मुस्कान को देखकर मन को बहुत ही संतुष्टि हुई। एक अभिभावक के रूप में मैनें उनके शिक्षा, रोजगार व विवाह तक की जो जिम्मेदारी ली है उसे पूरा करने के लिए मैं हर संभव प्रयास करती रहूंगी। उनके दुःख को मैनें बहुत ही करीब से देखा है। परिवार के सदस्य के जाने का दुःख इस जीवन का सबसे बढ़ा दुःख होता है।

भावना बोहरा ने आगे कहा कि उस हादसे में उन्होंने जो अपने परिवारजनों को खोया है उसकी कमी को तो मैं पूरी नहीं कर सकती, लेकिन उनके उस दुःख को कम करने और उनके चेहरों पर मुस्कान लाने का प्रयास तो कर सकती हूँ। आज उनके साथ विधानसभा में समय बिताकर मन को बहुत ही संतोष हुआ। उनके साथ बहुत सी बातों और अपने भविष्य को लेकर उनके जो विचार है उन बातों पर भी चर्चा की। अपने भविष्य को लेकर उनकी बातें सुनकर मुझे बहुत ही ख़ुशी हुई। इसके साथ ही बच्चों ने रायपुर भ्रमण किया, मॉल में भी अलग-अलग गेम्स खेले, शॉपिंग की और खाना खाया। मेरे निज निवास में भी उनका आगमन हुआ जहाँ मेरे पूरे परिवार के साथ भेंट कर बातचीत की। इस दौरान उनके चेहरे पर आई मुस्कान को देखकर बहुत ही प्रसन्नता हुई। उनके चेहरों पर ऐसे ही मुस्कान बनी रहे और वो अपने उज्ज्वल भविष्य की नींव मजबूत कर सके इसके लिए मैं हमेशा संकल्पित रहूंगी और हर संभव प्रयास करुँगी ताकि उन्हें अपने परिजनों की कमी महसूस न हो।

Nikhil Soni

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