धमाका न्यूज़✍️कबीरधाम जिले में फर्जी दिव्यांगता प्रमाण पत्र के बलबूते बरसों से शिक्षकीय गरिमा को कलंकित कर रहे फ्रॉडी लोगों पर कब होगी सख्त कार्रवाई, जिले में मिल सकते हैं अनगिनत फ्रॉड दिव्यांग शिक्षक

कवर्धा। फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र के जरिये सरकारी नौकरी पाकर अनगिनत अयोग्य और फ्रॉडी लोग योग्य अभ्यार्थियों के अधिकारों का हनन कर रहे हैं, जिला शिक्षा विभाग में अनगिनत डुप्लीकेट दिव्यांग पदस्थ हैं, कई इसी आड़ में पदोन्नत भी हो चुके हैं जिनका मेडिकल टेस्ट कराया जाना न्यायहित में जरुरी है। “साँच को आंच नहीं” फिर क्यों न दिव्यांगता की जाँच होनी चाहिए, शिक्षा विभाग जरा इनकी भी कुंडली खंगाले!!
ये है मुंगेली कलेक्टर का आदेश ⤵️⤵️
विभागीय सूत्र डंके की चोट में इस बात का उजागर भी कर रहे हैं, उनके अनुसार कबीरधाम शिक्षा विभाग में ऐसे कई कथित दिव्यांग हैं जो किसी भी मामले में दिव्यांग न होते हुए भी फर्जी दिव्यांगता प्रमाण के जरिये अवैधानिक तरीके से नौकरी कर रहे हैं अनेक शिक्षक तो इसी के चलते पदोन्नति भी प्राप्त कर न्यायिक व्यवस्था और सरकारी कायदों को ठेंगा दिखा रहे हैं, इनकी जाँच होने से इनकी बर्खास्तगी तय है, ताकि नियमबद्ध योग्य उम्मीदवारों को पदस्थ किया जा सके। जरुरी है। “साँच को आंच नहीं” फिर क्यों न दिव्यांगता की जाँच होनी चाहिए, शिक्षा विभाग जरा इनकी भी कुंडली खंगाले!!
“धमाका न्यूज़” की पड़ताल में विभागीय सूत्र डंके की चोट में इस बात का उजागर भी कर रहे हैं, उनके अनुसार पुरे कबीरधाम शिक्षा विभाग में ऐसे कई कथित दिव्यांग हैं जो किसी भी मामले में दिव्यांग न होते हुए भी फर्जी दिव्यांगता प्रमाण के जरिये अवैधानिक तरीके से नौकरी कर रहे हैं, बरसों से फ्रॉड कर शिक्षकीय पद पाकर ये लोग अब सामान्य जीवन जी रहे हैं, इसलिए कि इनका अब कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। अनेक शिक्षक तो इसी के चलते पदोन्नति भी प्राप्त कर न्यायिक व्यवस्था और सरकारी कायदों को ठेंगा दिखा रहे हैं, इनकी जाँच होने से इनकी बर्खास्तगी तय है, ताकि नियमबद्ध योग्य उम्मीदवारों को पदस्थ किया जा सके।
संचालक,शिक्षा विभाग, जिला कलेक्टर, शिक्षा अधिकारी दिव्यांगों की सूची जारी कर उनका मेडिकल टेस्ट करवाये और फर्जी शिक्षकों को बर्खास्तगी की कार्रवाई करे, शिक्षा से जुड़े तथा योग्य अभ्यार्थियों की अपेक्षा है।