कबीरधाम विशेषखास खबरछत्तीसगढ़

धमाका न्यूज़💥 कवर्धा की भीषण गर्मी में राजनीतिक सरगर्मी तेज, सत्तापक्ष कूल कूल तो विपक्ष में टिकट पाने की मची खलबली।

कवर्धा। यूं तो अभी छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए 6 महीने शेष है किंतु कवर्धा विधानसभा में राजनीतिक पार्टियों की खलबली मची हुई है। एक ओर जहां मौसम ने तापमान बढ़ा दिए हैं वहीं राजनीतिक सरगर्मी देखने लायक है। सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी के विधायक एवं मंत्री मोहम्मद अकबर तो अपनी जगह तटस्थ है किंतु विपक्षी खेमे में एक से बढ़कर एक एक नेता प्रत्याशी बनने की होड़ में खड़े हैं। वही महिला नेत्रिओं में भी कुछ के दावा ठोकने प्रबल संभावना भी नजर आ रही है।  विपक्षी खेमे में मची खलबली को देखते हुए ऐसा लगता है कि आलाकमान को कवर्धा विधानसभा में प्रत्याशी चयन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है, एक तरफ जहां बहुसंख्यक समाजों के पूर्व और धाकड़ नेता आश्वस्वत हैं वहीं दूसरी तरफ शक्ति प्रदर्शन में लगे कुछ नेता है जो टिकट की दावेदारी के लिए प्रखर नजर आते हैं किंतु ऐसी संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि आलाकमान अपनी पसंद के नेता को ही कवर्धा विधानसभा का प्रत्याशी तय करेंगे।

2023 के चुनाव में कांग्रेस पार्टी के मोहम्मद अकबर जहां मजबूत दावेदार के रूप में खड़े होंगे वहीं विपक्षी खेमे में शक्ति प्रदर्शन की होड़ मची हुई है। राजनैतिक उठा पटक के अलावा धार्मिक आयोजनों से भीड़ दिखाकर भी टिकट की प्रत्याशा में भी नेता लगे हुए हैं।

बता दें कि कांग्रेस और भाजपा के अलावा इस दफे आम आदमी पार्टी भी चुनाव में दस्तक दे सकती है, अगर आम आदमी पार्टी ने चुनाव में अपने प्रत्याशी खड़े किए तो कांग्रेस और भाजपा के लिए मुसीबत खड़ी कर सकती है देखना यह होगा कि इन तीनों पार्टियों की जद्दोजहद और कशमकश के बीच मतदाता किसे विधानसभा कूच कराएंगे।

बहरहाल “धमाका न्यूज़” की पड़ताल में यह बात सामने आई है कि कांग्रेस पार्टी की तरफ से वर्तमान विधायक और कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर की टिकट पक्की है, वहीं भाजपा की ओर से एक से बढ़कर एक दावेदार नजर आ रहे हैं और दिन-ब-दिन नए नए नेता उभरने लगे हैं जो सीधे विधानसभा की टिकट की दावेदारी कर सकते हैं, वहीं तीसरी पार्टी के रूप में आम आदमी पार्टी भी अपना प्रत्याशी खड़ी कर त्रिकोणीय संघर्ष में शामिल हो सकती है। फलसफा चुनाव के 6 माह पूर्व मची राजनैतिक खलबली ने कवर्धा की मौसमी फिजां को हाँसिये पर रख दिया है, अब जैसे जैसे दिन घटेंगे वैसे वैसे वर्तमान हालात से बढ़कर कवर्धा में धरना, आंदोलन और विरोध प्रदर्शन चरम पर होगा ऐसी संभावना है। फिल्हाल चुनाव में काफी समय बाकी है आगे “धमाका न्यूज़” की पड़ताल जारी रहेगी।

Nikhil Soni

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