धमाका न्यूज़💥 समाज विशेष को गाली देने वाले राहुल गांधी पर न्यायालय का फैसला सराहनीय और प्रशंसानीय: विरेंद्र साहू
न्यायालय के फैसले के बाद एक तो चोरी ऊपर से सीना जोरी की मुद्रा में राहुल गांधी: विरेन्द्र साहू
देश के ओबीसी समाज को गाली देना राहुल गांधी अधिकार नही: विरेन्द्र साहू
कवर्धा। राहुल गांधी ने चार साल पहले हमारे समाज के खिलाफ सार्वजनिक रूप से जो अपमानजनक बातें की थी, उस संदर्भ में अदालत ने आज उन्हें जो सजा सुनाई है, हम उसका स्वागत करते हैं। अदालत का फैसला यह दर्शाता है कि देश का क़ानून और देश का संविधान सबसे ऊपर है और उसकी नजर में देश के सभी नागरिक समान हैं। अदालत का निर्णय यह भी सिद्ध करता है कि चाहे कोई कितना भी बड़ा क्यों न हो, यदि उसने अपराध किया है तो उसे सजा जरूर मिलेगी। उक्त बातें छत्तीसगढ़ साहू संघ के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष एवं जनपद पंचायत कवर्धा के उपाध्यक्ष विरेन्द्र साहू ने जारी बयान में कहीं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने हमारे समाज के बारे में जो अनर्गल और आपत्तिजनक बातें की थी, उसकी हमने तब भी निंदा की थी और आज भी निंदा कर रहे हैं। लेकिन, अदालत द्वारा सजा सुनाने के बावजूद जिस तरह से राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के नेता उन अपमानजनक बातों को सही ठहरा रहे हैं, वह बताने के लिए काफी है कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं की मंशा क्या है और तेली समाज सहित सभी ओबीसी समाज के बारे में उनकी सोच क्या है। राहुल गांधी अभी भी राजशाही सोच से बाहर नहीं निकले हैं? श्री साहू ने सवाल करते हुए कहा कि क्या हमारे समाज के खिलाफ देश के एक बड़े नेता का ऐसा निंदनीय बोलना उन्हें शोभा देता है? क्या यह देश के संविधान का अपमान नहीं है? क्या यह आत्मसम्मान के साथ जीने वाले हम सभी लोगों का अपमान नहीं है? क्या राहुल गांधी देश से और देश के संविधान से इतने बड़े हो गए हैं कि हमें गाली देने का उन्हें अधिकार मिल गया है? हैरानी की बात तो यह है कि इतने सब के बाद भी राहुल गांधी को अपनी गलती का अहसास होना तो दूर वे माफी मांफी मांगने तक को तैयार नहीं है उनका साफ कहना है कि गांधी कभी मांगी नहीं मांगा करते हैं। वहीं दूसरी तरफ, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सहित कांग्रेस के तमाम नेता जिस तरह से इसे सही ठहराने में जुटे हुए हैं, इससे यह सिद्ध होता है कि वे हमारा अपमान ही अपना नैतिक धर्म समझते हैं। छत्तीसगढ़ साहू संघ के पूर्व पेदश उपाध्यक्ष एवं जनपद पंचायत कवर्धा के उपाध्यक्ष विरेन्द्र साहू ने तीखा रूख अपनाते हुए कहा कि राहुल गांधी ये मानना छोड़ दें कि वह और उनका परिवार देश से ऊपर है। यदि राहुल गांधी और देश की जनता को लगता है कि वे देश के संविधान और देश के क़ानून से ऊपर हैं तो ये उनकी भूल है। राहुल गांधी और कांग्रेस के नेता यदि मानते हैं कि वे अपने ही देश के नागरिक को अपशब्द कह सकते हैं तो हमें भी देश के संविधान ने आपके खिलाफ कोर्ट का दरवाजा खटखटाने का अधिकार दिया है। उन्होने कहा कि हमारे समाज को गाली देना, देश के ओबीसी समाज को गाली देना आपका अधिकार नहीं हो सकता और, जब कोर्ट इसको लेकर आपको सजा सुनाती है तो आप विक्टिम कार्ड नहीं खेल सकते।